भारत में रॉन्ग साइड ड्राइविंग करना एक बहुत बड़ी समस्या है, ये समस्या ना सिर्फ हाईवे पर देखी जाती है जहां पर लोग यू टर्न खोजने के लिए कुछ किलोमीटर का सफर करने से बचने के लिए रॉन्ग साइड लेते हैं साथ ही शहरों में भी रॉन्ग साइड ड्राइविंग बहुत आम सी बात हो गई है। इसके साथ ही तेज स्पीड में रॉन्ग साइड ड्राइविंग की वजह से ना जाने हर रोज कितने एक्सीडेंट होते हैं, गुरुग्राम पुलिस ने कहा कि उन्होंने रॉन्ग साइड पर गाड़ी चलाने के लिए 2022 में 49,671 चालान काटे जिसकी संख्या घटकर अब 39,737 हो गई है, लेकिन अब उन लोगों की संख्या कम करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं जो रॉन्ग साइड में गाड़ी चलाना पसंद करते हैं और हर वाहन चालक की जिन्दगी को खतरे में डाल देते हैं।
रॉन्ग साइड पर गाड़ी चलाने से हों रही दुर्घटनाओं और मौतों को कम करने के लिए हैदराबाद यातायात पुलिस ने कई नए नियम लागू किए हैं जिसके अंतर्गत अगर कोई भी रॉन्ग साइड पर गाड़ी चलाते हुए पकड़ा जाएगा तो उसका ड्राइविंग लाइसेंस तुरंत रद्द कर दिया जायेगा।
पुलिस ने लिया है अब कड़ा फैसला:
रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस अधिकारी प्रीत पाल सिंह ने कहा कि नियम का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी और साथ ही पैदल चलने वाले लोगों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर फूट ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाएगा।
एनएनआई को दिए गए इंटरव्यू में प्रीत पाल सिंह ने कहा पुलिस कमिश्नर ने फैसला लिया है कि जो भी गुरुग्राम और हैदराबाद की सड़कों पर रॉन्ग साइड पर गाड़ी चलाएगा उसकी खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। ट्रैफिक पुलिस को ऐसे ड्राइवरों का चालान करने के साथ ही उनके लाइसेंस को निलंबित करने का निर्देश भी दिया गया है और ये गलती फिर से उनके द्वारा की जाती है तो इससे लाइसेंस स्थाई रूप से रद्द कर दिया जायेगा और फिर उसका लाइसेंस कभी भी जारी नहीं किया जायेगा।
10 साल की होगी जेल:
पुलिस विभाग ने तय किया है कि अगर रॉन्ग साइड ड्राइविंग के कारण कोई भी दुर्घटना होती है तो उस आरोपी पर दंड संहिता धारा 304(2) के द्वारा मामला दर्ज किया जायेगा और इस धारा के तहत कम से कम 10 साल की जेल की सजा का प्रावधान है साथ ही हैदराबाद और गुरुग्राम पुलिस कानून का उल्लंघन करने वालों की पहचान के लिए सीसीटीवी फोटोज का भी इस्तेमाल करती है, सड़कों पर सीसीटीवी फोटोज के द्वारा निगरानी रखी जाती है।
भारत में हो रही सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं:
भारत में बीमा नियामक विभाग ने सुझाव दिया है कि किसी वाहन की बीमा पॉलिसी को व्यक्ति के ड्राइविंग लाइसेंस से जोड़ देना चाहिए, अगर कोई व्यक्ति नियम का उल्लंघन करता है तो उसके अनुसार बीमा प्रीमियम बढ़ जाएगा और ये एक ऐसा मॉडल जिसे कई विकसित देशों ने सफलतापूर्वक अपनाया और लागू किया है और यदि यातायात नियम के उल्लंघन के कारण बीमा नवीनकरण राशि पर्याप्त मात्रा में बढ़ जाती है तो ज्यादातर लोग नियमों के बारे में जागरूक रहेंगे और फिर ज्यादा सावधानी से ड्राइव करेंगे साथ ही दुनियाभर में भारत में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या सबसे ज्यादा है।
रॉन्ग साइड ड्राइविंग है खतरनाक:
रॉन्ग साइड पर ड्राइविंग से भारत में कई दुर्घटनाएं होती हैं और ऐसे कई लोग हैं जो कुछ मिनट या कुछ सेकेंड बचाने के लिए रॉन्ग साइड लेते हैं साथ ही रॉन्ग साइड पर गाड़ी चलाने से बहुत भीड़ हो जाती है क्यूंकि इससे ट्रैफिक की आवाजाही बाधित होती है।
पहले भी रॉन्ग साइड ड्राइविंग के वजह से कई दुर्घटनाएं हुई हैं और सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड भी हुई हैं साथ ही गुरुग्राम में प्रशासन ने ट्रैफिक की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए कुछ सड़कों को स्थाई रूप से वन वे कर दिया है जिस वजह से सड़कों के आस पास समस्या और भी आम हो गई हैं, कानून तोड़ने वालों को नियंत्रण में रखने के लिए लाइसेंस रद्द करना एक अच्छा तरीका होगा।
ड्राइविंग लाइसेंस किया जायेगा स्थाई रूप से रद्द:
सड़कों पर खतरनाक से वाहन चलाना ना सिर्फ चालक के लिए बल्कि दूसरों लोगों के लिए भी खतरनाक साबित होती है, जल्दबाजी के चक्कर में कई चालक गलत दिशा में गाड़ी चलाते हैं जिससे दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है, ऐसे ही चालकों पर शिकंजा कसने के लिए कई राज्य की ट्रैफिक पुलिस कड़ी निगरानी रख रही है और चालान भी काट रही है, लेकिन चालान काटने के बाद कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं ऐसे लोगों को काबू में रखने के लिए गाजियाबाद और हैदराबाद में नया नियम लाया गया है जिससे कि गलत दिशा में वाहन चलाने वाले लोगों का ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया जायेगा।
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