ऑटो इंडस्ट्री में होगी अब अंबानी की एंट्री, जानिए कितनी सस्ती मिलेंगी कार और कितनी कार बनाने का है हर साल का लक्ष्य:

Durga Pratap
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भारतीय बाजार में कई कार निर्माता कंपनियां है जिनमें से कई विदेशी कंपनिया है जो विदेश में ही बनी गाड़ियों को भारत में बेचती है वहीं कई कंपनिया ऐसी भी हैं जिन्होंने भारत में ही मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाए हैं इसके साथ ही देशी कार निर्माता कंपनियां की बात करे तो टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा का नाम सबसे पहले सामने आता है वही अब इस लिस्ट में रिलायंस का भी नाम शामिल हो सकता है।

अंबानी फैमली का नया बिजनेस होगा शुरू:
एशिया का सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी इस रिलायंस इंडस्ट्रीज के हेड हैं साथ ही साल 2005 में दोनो भाईयों ने रिलायंस को अलग-अलग कर लिया था बता दें कि मुकेश अंबानी की कम्पनी भी बैटरी की मैन्युफैक्चरिंग पर काम कर रही है वही अगर अनिल अंबानी भी कारों के साथ ही बैटरियों के निर्माण को भी शुरू करते हैं तो दोनों भाई इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की इस रेस में आमने सामने नजर आ सकते हैं।

रिलायंस की कारों की बाजार में होगी एंट्री:
भारत के बड़े उद्योगपति अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर देश में इलेक्ट्रिक कार और इन कारों की बैटरी बनाने की प्लानिंग कर रही है, रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इसके लिए चीन की कार निर्माता कम्पनी BYD के पूर्व भारतीय कार्यकारी अधिकारी को भी कम्पनी में शामिल भी किया गया है।
इसके साथ ही ईवी प्लांट में लगने वाली कॉस्ट के निर्धारण के लिए एक्सटर्नल कंसल्टेंटस् को भी कंपनी में शामिल किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी का उद्देश्य ऐसे प्लांट को तैयार करने का है जिसमें एक साल में करीब 250,000 वाहनों को बनाकर तैयार किया जा सके।
इसके साथ ही आने वाले समय में रिलायंस इस टारगेट को बड़ाकर 7,50,000 करना चाहती है, कारों की मैन्युफैक्चरिंग के साथ ही रिलायंस बैटरी प्लांट भी लगाना चाहती है जिसमें 10 गीगावाट घंटा की केपिसिटी हो।

मुकेश अंबानी पहले से ही कर रहे हैं ये काम:
मुकेश अंबानी की कम्पनी पहले से ही स्थानीय स्तर पर बैटरी बनाने का काम कर रही है उनकी कंपनी ने इसी हफ्ते 10 (GWH) बैटरी सेल उत्पादन के लिए सरकारी प्रोसाहन प्राप्त करने के लिए एक बोली जीती है अगर अनिल अंबानी का ग्रुप अपने इस प्लान को आगे बढ़ाने का फैसला करता हैं तो दोनों भाई फिर से बाजार में आमने सामने होंगे ईवी मार्केट अभी छोटा है लेकिन यह तेजी से आगे बढ़ रहा है, रायटर्स का दावा है कि जून में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने ऑटोमोबाइल एसएस से जुड़ी दो नई पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनियों का भी गठन कर लिया है इनमें से एक का नाम रिलायंस ईवी (Reliance EV Pvt Ltd.) प्राइवेट लिमिटेड है।

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