नई बाइक हो या सेकंड हैंड बाइक, बाइक के प्रति एक बाइकर का प्यार उतना ही रहता है, पहली बार बाइक खरीदना एक खास एहसास होता है, कुछ लोग नई बाइक खरीदने का जोखिम नहीं उठा सकते या यूं कह लें वो अफ्फोर्ड नहीं कर सकते, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें अपने सपने को छोड़ देना चाहिए, जिनके पास कम बजट है उनके लिए सेकंड हैंड बाइक खरीदना एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है, हालांकि इसके लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए, तो आइए आपको बताते हैं कि सेकंड हैंड बाइक खरीदने से पहले कौन सी बातें ध्यान रखने योग्य हैं।
बाइक खरीदने का उद्देश्य:
बाइक खरीदने के उद्देश्य के बारे में सोचें, बाइक खरीदना ही एकमात्र खर्च नहीं है आपको रखरखाव, बाइक बीमा, ईंधन आदि का भी ध्यान रखना होगा, मसलन अपने आप से पूछें क्या आपको ऐसी बाइक की आवश्यकता है जिससे आपको एवरेज अच्छी मिले या क्या आपको एक क्रूज़र बाइक की आवश्यकता है जिसे आप लंबी सड़क यात्राओं पर चला सकें।
अच्छे से रिसर्च करें:
एक बार जब आप उद्देश्य के बारे में विचार कर लेते हैं तो उपलब्ध विकल्पों के बारे में गहराई से शोध करने का समय आ गया है, सेकंड हैंड बाइक खरीदने के लिए आपको बाइक डीलर पर निर्भर होने की आवश्यकता नहीं है, आप इसे किसी मित्र या किसी मान्यता प्राप्त ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से भी खरीद सकते हैं।
बाइक को अच्छे से जांचे और टेस्ट राइड लें:
आप जिस बाइक को खरीदने जा रहे हैं उसे ध्यान से देखें, इसका गहन निरीक्षण करें, बाहर की तरफ डेंट और खरोंच न हो इसे देख लें, फिर टेस्ट राइड लें, इससे आप बाइक के परफॉर्मेंस को पूरी तरह से जान पाएंगे, अगर आप बाइक के इंजन से अच्छी तरह वाकिफ हैं तो पांच मिनट की सवारी भी आपको बाइक के बारे में बाते सकती हैं यदि आप नौसिखिए हैं तो आप बाइक की सवारी कर पता लगाने के लिए एक अनुभवी मित्र या विश्वसनीय मैकेनिक को साथ ले लें।
बाइक का चेसिस नंबर चेक करें:
आप जिस बाइक को खरीदने जा रहे हैं, उसके साथ सहज होने के बाद इसके चेसिस नंबर की जांच के लिए कुछ समय निकालें, प्लेट और इंजन पर लगे नंबर का मिलान होना चाहिए, पुरानी बाइक्स पर इस नंबर का पता लगाना मुश्किल हो सकता है लेकिन मैकेनिक इसे आसानी से ढूंढ सकता है, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में भी यही चेसिस नंबर लिखा होना चाहिए।
दस्तावेजों को चेक करें:
बाइक खरीदने से पहले उसके दस्तावेजों को अच्छी तरह से चेक कर लें, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में मालिक संबंधित सभी जानकारी की पुष्टि कर लें, इसमें आप बाइक के पुराने मालिकों की संख्या को भी जान सकते हैं, मौजूदा बीमा कितने समय तक का है और यह देखने के लिए बीमा दस्तावेज देखें, यदि कोई पिछले दावे किए गए होंगे तो इसमें नो क्लेम बोनस प्रदान किया जाएगा।
इसके अलावा यह सुनिश्चित करें कि बैटरी को आखिरी बार कब बदला गया था, क्योंकि आमतौर पर हर तीन साल में बैटरी बदलना सही माना जाता है, यदि वाहन राज्य से बाहर का है तो सुनिश्चित करें कि उसके पास वैलिड एनओसी हो, आखिर में यह भी चेक कर लें कि दोपहिया वाहन का वैलिड प्रमाणपत्र है या नहीं।
बाइक खरीदने की डील पक्की करें:
आपको इस बात का अंदाजा तो लग ही गया होगा कि पुरानी बाइक को खरीदने समय किन बातों का ध्यान रखना होगा और समझ आ गया होगा कि पुराने दोपहिया वाहनों के लिए देखभाल की जरूरत होती है, आप सौदा पक्का करने से पहले बाइक की कीमत पर मोलभाव भी कर सकते हैं इसमें कोई बुराई नहीं है साथ ही पेमेंट करने से पहले यह तय कर लें कि आपको वाहन से संबंधित सभी दस्तावेज मिल चुके हैं या नहीं।
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