असली और नकली हेलमेट को कैसे पहचाने

Ranjana Pandey
3 Min Read

वर्तमान समय में देश में असली शेयरधारकों का बाजार काफी व्यापक है, सड़क पर व्यापारी और व्यापारी रिश्ते में डूबे हुए हैं । समाजवादी मूल्य से अधिक बेच रहे हैं । ये परमाणु रसायन शास्त्र का पालन करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन कंकाल के मामले में आपकी जान में भी खतरा पैदा हो सकता है , आपके सिर पर गंभीर खतरे हो सकते हैं । ये भी बड़ी बात आपकी आंखों की सेहत को हो सकता है नुकसान । एक नकली चेहरे की पहचान कैसे की जा सकती है और एक नकली चेहरे के क्या-क्या कारण हो सकते हैं? भिन्न, जानते हैं…


नकली समकक्ष खतरनाक हैं।
ज्यादातर सड़क किनारे बिकने वाले और कम क्वालिटी वाले होते हैं । लेकिन बिक्री भी अच्छी होती है । इनमें से 300-400 रुपए आसानी से प्राप्त किए जा सकते हैं । इनके निर्माण में बहुत ही नीचे की गुणवत्ता के सामग्री का उपयोग किया गया है । इसमें लगाया गया वाइजर सबसे खराब गुणवत्ता का होता है इसका मतलब यह है कि जब सूरज की रोशनी वाइजर से निकलती है तो यूवी संरक्षण न होने के कारण आंखों की रोशनी जा सकती है ।
उसी रात जब सवारी के दौरान आपके सामने से आ रही दोस्ती की ऊँची किरण सीधी आँखों पर पड़ती है , जिससे आँखों की रोशनी ख़राब हो जाती है । इसी समय जब आप एक असली वर्चुअल में यूवी प्रोटेक्शन वाला वज्रआयन ऑयल होते हैं, जो धूप से आपकी आंखों को सुरक्षित रखता है।


आईएसआई मार्क अप्रोच ही जब आप एक स्केच बाइक पर उतरे हों तो सस्ता क्यों चुना ? शायद आपको पता नहीं होगा लेकिन ये सच है कि मार्केट में 900 से 1000 रुपये के बीच एक अच्छा आईएसआई मार्क वॉर्नर आसानी से मिल सकता है । “एक ट्रू टॉक कंपनी का लोगो अपनी ही गुणवत्ता के साथ होता है जिसे आप महसूस कर सकते हैं । ट्रू टेलीकॉम पर कई सुरक्षा विशेषताएं होती हैं । अगर कोई व्यक्ति आपको 300-400 रुपये में आईएसआई मार्क वाला बेच रहा है तो समझ लें कि वह वफादार है ।“
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