हाल ही में केरल हाईकोर्ट ने कार के शीशों पर ब्लैक फिल्म लगाने को लेकर एक अहम आदेश दिया है, आपने कई बार पुलिस को कारों के शीशे से ब्लैक फिल्म उतारते या चालान काटते हुए देखा होगा, इसी संबंध में केरल हाई कोर्ट में दो याचिकाएं दायर की गई हैं, दोनों याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए केरल हाई कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया है, दरअसल केरल हाईकोर्ट ने कार के शीशों पर प्लास्टिक फिल्म या कूलिंग फिल्म लगाने से रोकने को गलत बताया है तो आइए आपको बताते हैं कोर्ट का ये फैसला क्यों अहम है?
केरल हाईकोर्ट ने क्या कहा:
आपको बता दें कि 12 सितंबर 2024 के केरल हाईकोर्ट में दायर की गई दोनों याचिकाओं पर सुनवाई हुई, कोर्ट ने सुनवाई के बाद अपने फैसले में कहा कि गाड़ियों की खिड़की पर तय नियमों के मुताबिक प्लास्टिक फिल्म या कूलिंग फिल्म लगाने से रोकना सही नहीं है। अगर पुलिस विंडो ग्लास पर कूलिंग फिल्म या प्लास्टिक लगे होने पर चालान कर रही है तो ये गलत है, कोर्ट ने कहा कि अगर कार के शीशों पर सेंट्रल मोटर व्हीकल एक्ट, 1989 में नियमों के तहत फिल्म लगी है तो चालान करना गलत होगा, कार चालक अपनी जरूरत के अनुसार खिड़कियों पर प्लास्टिक फिल्म लगवा सकते हैं, हालांकि पूरी तरह से काले शीशे या जीरो पारदर्शिता वाले फिल्म पर अब भी जुर्माना लगाया जाएगा, केरल हाईकोर्ट के इस फैसले से कार चालकों को बड़ी राहत मिलेगी।
नियम क्या है:
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि साल 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने ब्लैक फिल्म पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था, कोर्ट ने कहा था कि वाहनों कार काली फिल्म लगे होने से जनता की सुरक्षा को खतरा होता। है, हालांकि 1 अप्रैल 2021 से लागू केंद्रीय मोटर वाहन नियमों की धारा 100 के संशोधन के अनुसार मोटर वाहनों के आगे, पीछे और किनारों पर सेफ्टी ग्लास के बजाय सेफ्टी ग्लेजिंग के उपयोग की अनुमति दी गई है, संशोधित नियमों के अनुसार आगे और पीछे के ग्लास पर 70 प्रतिशत और किनारों पर 50 प्रतिशत पारदर्शिता की आवश्यकता है, इस संशोधन का जिक्र करते हुए कोर्ट ने साफ किया कि ऐसी फिल्मों का इस्तेमाल कानूनी है, हालांकि कार में अगर जीरो विजिबिलिटी वाले काले शीशे लगाए जाते हैं तो इसके लिए 500 रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है, यदि बार बार वाहन चालक नियम तोड़ता है तो उसका लाइसेंस सस्पेंड करके वाहन जब्त किया जा सकता है।
प्लास्टिक फिल्म लगाने के फायदे:
कार की खिड़कियों के शीशे पर प्लास्टिक या कूलिंग फिल्म लगवाने से गाड़ी के अंदर का तापमान 34 से 45 फीसदी तक कम किया जा सकता है।
इसके साथ ही ये फिल्म 99 फीसदी अल्ट्रावॉयलेट किरणों, 85 फीसदी इंफ्रारेड किरणों और 55 फीसदी रिफेक्शन को कम करने में मदद करती है।
दुर्घटना की स्थिति में यह फिल्म कांच के टुकड़ों को अंदर के यात्रियों को चोट पहुंचाने से रोकती है और चोरी की घटनाओं को भी कम करती है।
Also read : Kia EV6 Electric Car: इस कार पर मिल रहा है 15 लाख रुपए तक का डिस्काउंट, जानें खूबियां: